मोर्चरी में चूहों ने शव की आंखों का हिस्सा कुतरा, आई डोनेशन हुआ प्रभावित, जिला अस्पताल की लापरवाही पर हंगामा

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खबर डोज, हरिद्वार। जिला अस्पताल में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां मोर्चरी में रखे एक शव की आंखों के हिस्से को चूहों ने कुतर दिया। घटना उजागर होते ही परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और अस्पताल की व्यवस्थाओं पर बड़े सवाल खड़े हो गए। हालत यह रही कि मौके पर स्थिति नियंत्रित करने के लिए सीएमओ, एसडीएम, एसपी सिटी समेत भारी पुलिस बल को तैनात करना पड़ा।

मृतक लक्की उर्फ लखन के परिवार और पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण न केवल शव सुरक्षित नहीं रह सका, बल्कि लक्की के निधन के बाद किया जाने वाला आई डोनेशन भी प्रभावित हो गया। पंजाबी महासभा की कोर कमेटी के कॉर्डिनेटर सुनील अरोड़ा ने बताया कि देर शाम हार्ट अटैक से मृत्यु के बाद मुस्कान फाउंडेशन की ओर से एम्स की टीम को आई डोनेशन की प्रक्रिया करनी थी। लेकिन अस्पताल स्टाफ ने परिजनों और महासभा से जुड़े सदस्यों को मिलने तक नहीं दिया।

सुनील अरोड़ा ने आरोप लगाया कि रात के समय चूहों ने शव के चेहरे और आंखों के हिस्से को कुतर दिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि मोर्चरी की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। उन्होंने बताया कि पंजाबी महासभा कई बार जिला अस्पताल के फ्रिज ठीक करवाने में सहयोग कर चुकी है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया।

घटना के बाद हंगामा बढ़ता देख जिला अस्पताल के प्रभारी पीएमएस डॉ. आरवी सिंह ने बताया कि संबंधित कर्मचारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई है। वहीं, सीएमओ हरिद्वार डॉ. आर.के. सिंह ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुंवर, डॉ. अनिल वर्मा और मेला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज द्विवेदी को शामिल किया गया है।

घटना से जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है और मरीजों व उनके परिजनों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है।

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