IPS रचिता जुयाल ने दिया इस्तीफा, हरिद्वार के एक वीआईपी मामले में वादी रही रचिता

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देहरादून। 2015 बैच की आईपीएस रचिता जुयाल ने इस्तीफा दे दिया है।उन्होंने निजी और पारिवारिक वजहों का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है। बताते है कि शुक्रवार को मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को रचिता जुयाल ने अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। अब शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा, जिसके बाद फाइल भारत सरकार को भेजी जाएगी।

इस वीआईपी मामले में वादी थी रचिता जुयाल
हरिद्वार में तैनाती के दौरान रचिता जुयाल एक वीआईपी मामले में वादी रही है। यह मामला हरिद्वार डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में तैनात पूर्व महिला जज दीपाली शर्मा का था, जिनके सरकारी आवास से 16 साल की नाबालिग लड़की का रेस्क्यू किया गया था। नैनीताल की रहने वाली इस लड़की के साथ मारपीट और मानसिक शोषण का आरोप लगाया गया था। रचिता जुयाल जज के सरकारी आवास से लड़की का रेस्क्यू करने वाली टीम में थी और उनकी ओर से इस मामले को दर्ज कराया गया था। बाद में गंभीर धाराओं में चार्जशीट कोर्ट में भेजी गई थी। हालांकि सरकार ने इस मुकदमे को जनहित में वापस ले लिया था। उनके इस्तीफे को लेकर प्रशासनिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार उनके इस्तीफे को स्वीकृति देती है या नहीं, अंतिम निर्णय भारत सरकार स्तर से होना है। हालांकि उनके इस्तीफे के बाद डिपार्टमेंट में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है।

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