मालन पुल: सुर्खियों में लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता, डीएम के चेतावनी नोटिस के बाद भी नहीं रेंगी कानों में जूं
-डीएम के आदेशों के बाद भी पुल निर्माण कार्य में नहीं बढ़ाई मशीनरी और मैनपवार
-एक बरसात भी नहीं झेल पाया मालन पुल टूटने के बाद पौने दो करोड़ की लागत से बना वैकल्पिक मार्ग
-13 जुलाई को एएसपी, एसडीएम, अधिशासी अभियंता, नगर आयुक्त और तहसीलदार ने किया था निरीक्षण
-कल 25 जुलाई को आएंगे 10 जैक
कोटद्वार। मालन पुल के निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही के लिए जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता को जिम्मेदार ठहराया है। उधर, मालनपुल टूटने के बाद पौने दो करोड़ की लागत से बना वैकल्पिक मार्ग एक बरसात भी नहीं झेल पाया। एक बरसात में ही वैकल्पिक मार्ग टूट गया। जिससे एक बार फिर लोगों का संपर्क कोटद्वार से कट गया।
बट 19 जुलाई को जिलाधिकारी आशीष चौहान के कार्यालय से जारी पत्र के मुताबिक मालनपुल के निर्माण कार्यों के निरीक्षण पर निरीक्षण टिप्पणी करते हुए जिलाधिकारी आशीष चौहान ने लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता की कार्य प्रणाली पर असंतोष जताया है। जिलाधिकारी ने अपने पत्र में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता पर निर्माण कार्य के दौरान कार्य में तेजी लाने के लिए पर्याप्त संख्या में मशीनरी और मैनपॉवर नही बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराए गए अधिशासी अभियंता को बीती 4 जुलाई को चेतावनी नोटिस जारी किया गया, लेकिन नोटिस जारी होने के बाद भी अधिशासी अभियंता के कान में जूं तक नहीं रेंगी। जिससे अधिशासी अभियंता की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। उधर, मालन नदी का पुल टूटने के बाद लगभग पौने दो करोड़ की लागत से बना वैकल्पिक मार्ग भी पहली बरसात में बह गया। जिससे भाबर की जनता का कोटद्वार से संपर्क टूट गया।
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