चार माह से नहीं मिला वेतन, कर्मचारियों ने किया दो घंटे का कार्य बहिष्कार

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हरिद्वार। गुरूवार को वेतन आहरण की मांग को लेकर शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के बैनर तले गुरुकुल आयुर्वेद कॉलेज ऋषिकुल और प्रशासनिक भवन आयुर्वेद विवि हर्रावाला देहरादून के कार्मिकों की ओर से आंदोलन के दूसरे दिन सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक कार्य बहिष्कार किया गया। उत्तराखंड विश्व विद्यालय महासंघ के पदाधिकारियों ने शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ को अपना पूर्ण समर्थन दिया।
आंदोलन कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के सचिव क्षत्रपाल सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कार्मिकों के सब्र का इंतिहान ले रहा है। यदि जल्द ही त्वरित कार्यवाही नहीं की गई तो कार्मिकों को सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्र मोहन पैन्यूली ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने संघ को झूठा आश्वासन दिया गया था, जो कि कार्मिकों के लिए भविष्य के लिए चिंताजनक विषय है। संघ के संगठन मंत्री चंद्र प्रकाश ने कहा कि उत्तराखंड शासन 4 माह से कार्मिकों के वेतन समेत अन्य देयकों के भुगतान को लेकर बजट अवमुक्त नहीं कर रहा है। स्ंाघ सलाहकार विवेक जोशी ने कहा कि दो माह से कार्मिकों का वेतन आहरित न होने के चलते कर्मचारियों को अपने परिवार के भरण पोषण में दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। सुदामा प्रसाद जोशी ने कहा कि वेतन, गोल्डन कार्ड, और नर्सिंग संवर्ग, एक्सरे टेक्नीशियन के 4600 ग्रेड पे का विश्व विद्यालय की ओर से समय से निस्तारण नहीं करता है। उन्होंने शासन से ऋषिकुल गुरुकुल आयुर्वेद काॅलेज को पूर्व की भांति राज्य सरकार के नियंत्रण में किए जाने की मांग की है। विश्वविद्यालय महासंघ के महामंत्री लक्ष्मण सिंह रौतेला ने कर्मचारियों की मांगों पर वार्ता और मांगों के निस्तारण को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है। इस मौके पर सुनीता चंद्र तिवारी, अनिल कुमार, त्रिलोकी प्रसाद, बीना मठपाल, जगजीत सिंह, संध्या रतूड़ी, शिखा नेगी, ममता, राजपाल, डोली, मोनिका, विनोद, मनोज कुमार, प्रबल, राकेश, कमल, ज्योति सिंह, चंदन सिंह, दयाल सिंह, यशोदा, लक्ष्मी उनियाल, किशोर, रश्मि आदि उपस्थित रहे। 

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