एसडीएम कोटद्वार की कार्रवाई पर अधिवक्ताओं संग भड़की मंदिर समिति, एसडीएम कार्यालय के बाहर दिया धरना, तबादले की उठाई मांग, देखिए वीडियो

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—बार एसोसिएशन ने शासन से उठाई एसडीएम कोटद्वार के तबादले की मांग
—एसडीएम के तबादले तक राजस्व न्यायालय का होगा बहिष्कार
—सिद्धपीठ सुखरौ देवी मंदिर समिति कोटद्वार के बाद गर्माया मामला
—कोटद्वार तहसील में पहले दिन एसडीएम कार्यालय के बाहर चस्पा कर दिए भ्रष्टाचार का नमूना के पोस्टर

कोटद्वार। पौड़ी जिले की तेजतर्रार डीएम स्वाति एस भदौरिया के दिशा-निर्देशन में भले ही एक के बाद एक जिले में बेहतर कार्य हो रहे हो, लेकिन सिद्धपीठ सुखरौ देवी मंदिर समिति के खिलाफ समय से पहले की गई कार्रवाई के बाद एसडीएम कोटद्वार की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई है। अब जनता के साथ—साथ बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ताओं ने एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अधिवक्ताओं ने शासन से एसडीएम कोटद्वार के तबादले की मांग की है। तबादला होने तक राजस्व न्यायालय का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उधर, सुखरौ देवी मंदिर समिति ने भी एसडीएम के निर्देश पर हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।

एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे सुखरौ देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष राजाराम अण्थवाल ने कहा कि बीते शुक्रवार को एसडीएम कोटद्वार के दिशा—निर्देशन में तहसीलदार के नेतृत्व में भारी पुलिस बल की उपस्थिति में समिति के कार्यालय, वाचनालय, दानपात्र को सीज किया गया है। कहा कि इस मामले में 15 सितंबर को सुनवाई होनी थी, लेकिन बिना सूचना के ही एसडीएम कोटद्वार ने सुनवाई से पहले कार्रवाई की है, जिसका समिति ने विरोध करते हुए कोटद्वार तहसील में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जब तक उक्त मामले में न्यायोचित कार्रवाई नहीं होती है तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

एसडीएम की इस कार्रवाई से सभी वर्गों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। कहा कि अधिवक्ताओं ने भी एसडीएम कोटद्वार के खिलाफ प्रदर्शन कर अन्यत्र स्थानांतरण की मांग की थी, जिसका मंदिर समिति ने भी समर्थन किया है। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से एसडीएम कोटद्वार के तबादले की मांग की है।
इस मौके पर विजय ध्यानी, सत्यप्रकाश भारद्वाज, वीरेंद्र सिंह रावत, रविंद्र चौहान, अजीत सिंह, मोहन बलूनी, मयंक नौटियाल, मोहन रावत, हेमवती नंदन मंमगाई, सत्यपाल सिंह नेगी, डॉ. शक्तिशैल कपरवाण, जगदीपक रावत, अरविंद गुसाईं, भारत मोहन काला, पुष्कर सिंह रावत, आशीष रावत आदि उपस्थित रहे।  

एसडीएम कोटद्वार के कार्यालय के बाहर पोस्टर कर दिए थे चस्पा
एसडीएम कोटद्वार कार्यालय के बाहर लगे नोटिस बोर्ड पोस्टर चस्पा किए गए थे। पोस्टरों में भ्रष्टाचार का नमूना, 4 हजार में 143 कराओ, एसडीएम कोटद्वार, पैसे लाओ, मनचाहा आदेश पाओ लिखा गया है। इस पूरे कृत्य से जिला प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है। हालांकि अब यह पोस्टर हटा दिए गए हैं।

यह बोले बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ता
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी के नेतृत्व में बीते शुक्रवार को अधिवक्ताओं के साथ मंदिर समिति के सदस्य एसडीएम कार्यालय में पहुंचे थे। अधिवक्ताओं के साथ ही समिति के सदस्यों ने एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने कहा कि एसडीएम ने गैरकानूनी तरीके से मंदिर की संपत्ति को सील किया है। एसडीएम कोर्ट में मामले में सुनवाई जारी है। सुनवाई के लिए 15 सितंबर की तिथि तय की गई है। ऐसे में दोनों पक्षों को सुने बिना संपत्ति को सील करना पूरी तरह गैरकानूनी है।

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