पाकिस्तानी 426 हिन्दू मृतकों की आत्मा को हरिद्वार में मिलेगी मुक्ति

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मोदी सरकार के स्पॉन्सरशिप नीति में संशोधन से हरिद्वार में अस्थि विर्सजन के लिए स्वजनों को 10 दिन का वीजा मिलेगा
हरिद्वार। पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू अब भारत आकर गंगा में अपने मृत परिजनों की अस्थियां विसर्जित कर सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्पॉन्सरशिप नीति में बदलाव से यह सम्भव हो सकेगा। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में मृत 426 हिंदुओं की अस्थियों को अब हरिद्वार में गंगा नदी में प्रवाहित किया जा सकता है।
सनातम धर्म में मान्यता है कि गंगा नदी में अस्थियों को प्रवाहित करने से मृतक की आत्मा को सद्गति मिलती है। पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू भी अपने मृत परिजनों की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के इच्छुक रहते हैं। स्पॉन्सरशिप नीति में यह प्रावधान था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू के परिवार का भारत में रहने वाला कोई सदस्य या करीबी स्पॉन्सर करे, तभी उन्हें वीजा दिया जा सकता था। चूंकि विभाजन को बहुत समय हो गया है, इसलिए पाकिस्तान में रहने वाले बहुत कम हिंदुओं के परिवार भारत में बचे हैं।
नीति में बदलाव के तहत पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू परिवारों को मृत सदस्यों की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने के लिए भारत का 10 दिनों का वीजा दिया जाएगा। इसके बाद अब 426 हिंदू परिवार अपने मृत परिजनों की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने में सक्षम होंगे। पाकिस्तान में बहुत सारे हिंदू अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने के बाद अस्थियों को मंदिरों या श्मशान में सुरक्षित रख देते हैं, ताकि मौका मिलने पर उन्हें गंगा में प्रवाहित किया जा सके।

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