लापरवाह ठेकेदार, जिला अस्पताल हरिद्वार की दीवारों में आई दरार
–दरारें आने के बाद लगाया गाटर
–पिछले एक सप्ताह से रुका हुआ है कार्य
हरिद्वार। जिला अस्पताल में लगभग पांच लाख की लागत से इमरजेंसी वार्ड का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार की लापरवाही के चलते अचानक इमरजेंसी वार्ड के ऊपर के तीन कमरों की दीवारों में दरारें आ गई। आनन-फानन में ठेकेदार ने निर्माण कार्य रोककर गाटर लगाया। ठेकेदार की लापरवाही के चलते कोई भी बड़ा हादसा अस्पताल में हो सकता था।
जिला अस्पताल जनपद हरिद्वार का प्रमुख अस्पताल है। हरिद्वार समेत दूरदराज के क्षेत्रों से मरीज यहां अपना उपचार कराने आते हैं। रोजाना अस्पताल के पंजीकरण कक्ष में लगभग 250 से 300 मरीज अपना उपचार कराने के लिए पर्चा बनाते हैं। धर्मनगरी होने के कारण यहां बाहरी एवं लावारिस मरीज अधिक आते हैं। इमरजेंसी वार्ड को बड़ा बनाने का उद्देश्य जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देना था। लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते वर्तमान में इमरजेंसी वार्ड का कार्य रुका हुआ है। फिलहाल जिला अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड मेला अस्पताल से संचालित हो रहा है।
अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ सीपी त्रिपाठी ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में गाटर लगाया गया है। जिसके बाद इमरजेंसी का कार्य शुरू हो पाएगा। कार्यवाहक सीएमएस चंदन कुमार मिश्रा ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से इमरजेंसी वार्ड का कार्य रुका हुआ है।
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