पर्वतीय क्षेत्रों में यातायात की रीढ़ जीएमओयू कल से सभी रूटों पर शुरू करेगी अपनी बसों का संचालन

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कोटद्वार। पर्वतीय क्षेत्रों में यातायात की रीढ़ माने जाने वाली जीएमओयूलि कंपनी 15 जून से अपने सभी रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर देगी। 75 फीसदी यात्री क्षमता और डेढ़ गुना किराए पर जीएमओयू ने बुधवार से पर्वतीय क्षेत्र के कई रूटों पर यात्री बसों का संचालन शुरू कर दिया है। 15 जून से कंपनी अपने सभी रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर देगी। बसों का संचालन शुरू होने से पर्वतीय क्षेत्र में यात्रियों ने राहत की सांस ली है। जीएमओयू अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन की ओर से 15 अप्रैल को सार्वजनिक वाहनों के संबंध में शासनादेश जारी किया था, जिसके बिंदु संख्या 2 में सार्वजनिक वाहन (बस, विक्रम, ऑटो रिक्शा आदि) में 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ संचालित करने का उल्लेख किया गया था। उक्त शासनादेश में किराए के संबंध में कोई विवरण नहीं दिया गया है। जिससे खफा होकर जीएमओयू समेत राज्य की सभी निजी परिवहन कंपनियां दो मई से हड़ताल पर चली गई थी। परिवहन कंपनियां गत वर्ष की भांति यात्री किराया दोगुना करने की मांग करते आ रहे थे, लेकिन शासन की ओर से इस बारे में कोई सुनवाई नहीं हुई।

जीएमओयू अध्यक्ष ने बताया कि करीब सवा माह तक चले आंदोलन के बाद शासन ने एसओपी जारी कर 75 फीसदी यात्री क्षमता और डेढ़ गुना किराए पर सहमति जता दी है। नए शासनादेश के बाद जीएमओयू से जुड़े वाहन स्वामियों ने पहाड़ के रूटों पर बस सेवाओं का संचालन शुरू कर दिया है। लेकिन कंपनी की ओर से सभी रूटों पर विधिवत सेवाएं 15 जून से शुरू कर दी जाएंगी। बताया कि कई मोटर मालिकों की ओर से बुधवार को रिखणीखाल, पौड़ी, श्रीनगर और रुद्रप्रयाग रूटों पर यात्री बस का संचालन शुरू कर दिया गया है। इससे यात्रियों को सहूलियत मिलने लगी है।

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