वरिष्ठ IPS अधिकारी श्वेता चौबे को मिले चारधाम यात्रा प्रबंधन की जिम्मेदारी,पहाड़ से उठी मांग
देहरादून। लगभग पटरी से उतर चुकी चारधाम यात्रा प्रबन्धन की व्यवस्था सही हाथों में देने का उचित समय आ गया है। फिलहाल IPS श्वेता चौबे से अलावा दूर दूर तक कोई अधिकारी नहीं दिखता जो बिगड़ी हुई खीर को फिर से अपने स्वाद में लौटा सकता है। क्योंकि चार धाम यात्रा की असल परीक्षा 25 मई और एक जून से शुरू होगी। 25 मई से हेमकुण्ड साहिब की यात्रा शुरू हो रही है। जबकि एक जून से महानगरों में गर्मियों की छुटियाँ शुरू होनी है। ऐसे में बढ़ते तापमान से बचने के के लिए उत्तराखंड से अलावा कोई दूसरा सस्ता विकल्प नहीं है। जबकि सिक्ख यात्रियों के जत्थे के जत्थे हिमालय का रुख़ करेंगे। जिसके चलते बद्रीनाथ राजमार्ग और इन धामों में तीर्थ यात्रियों का दबाव बढ़ना लाजिमी है। ऐसे में IPS श्वेता चौबे के पास कुंभ मेला, कावड़ मेला बद्रीनाथ यात्रा, हेमकुण्ड साहिब की यात्रा को शानदार तरीके से संपन्न करवाने का खासा अनुभव है। अगर यात्रा शानदार और कुशल प्रबंधन के आधार पर चलती है तो पहाड़ों से युवाओं का पलायन रूकेगा नहीं तो गारंटी ले लो अब तक का सबसे भयंकर पलायन गढ़वाल के तीन जनपदों में बढ़ेगा। यहाँ मेरे जानने में लगभग बड़ी संख्या में युवाओ ने ब्याज पर पैसा उठा कर ढाबे, होटल, दुकाने लीज पर ली है। इनके सामने यही यात्रा इस कर्ज को उतारने का सबसे उपयुक्त माध्यम है। इसलिए सरकार महाराज व उनके सलाहकारों को इन बातों पर गौर करना चाहिए। बीती आठ मई को गेट सिस्टम की बात उठाई थी इस पर गौर नहीं किया गया तो हालात सबके सामने है। प्रोफेसर एसपी सती जैसे विद्वान लोग पहले दिन से ही अनुभवी IAS व IPS को इसकी जिम्मेदारी देने की बात उठा रहे हैं।
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