दबिश देने गई एसटीएफ टीम पर तस्करों ने किया फायर, एसटीएफ का चालक घायल

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जंगली जानवरों के शिकार में लिप्त गिरोह पर संयुक्त टीम की बड़ी कार्रवाई

खबर डोज, रुद्रपुर/नैनीताल। वन्य जीव तस्करी से संबंधित सूचना पर शनिवार को एसटीएफ कुमाऊँ यूनिट, वन विभाग तराई केंद्र वन प्रभाग रुद्रपुर, एसओजी टीम और WCCB की संयुक्त टीम पर तस्करों ने अचानक फायरिंग कर दी। इस हमले में एसटीएफ का चालक हे.कां. भूपेन्द्र मर्तोलिया घायल हो गया, जबकि छर्रे लगने से रास्ते से गुजर रहा एक व्यक्ति भी जख्मी हो गया। दोनों को तत्काल हल्द्वानी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।

शनिवार दोपहर करीब 2:30 बजे टीम सिमलिया बैंड—छेड़ा खान नर्सरी क्षेत्र में वन्यजीव अपराधियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही थी। इसी दौरान जंगल में छिपे दो व्यक्तियों ने पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी और मौके से भागने का प्रयास किया। गोलियां चलने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

एसटीएफ टीम ने पीछा करते हुए एक आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुन्दर सिंह रेकड़ी पुत्र राम सिंह, निवासी गोल डांडा, थाना रीठा साहिब, चम्पावत के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह और उसका साथी जंगली जानवरों, खासकर भालुओं का शिकार करते हैं। उसने यह भी बताया कि फरार साथी भालुओं की पित्त की थैली निकालकर ऊँचे दामों पर बेचता है, जिससे उन्हें भारी मुनाफा होता है। फायर कर भागे दूसरे आरोपी की पहचान यशोद सिंह मेहरा पुत्र दलीप सिंह निवासी अघोड़ा के रूप में हुई है।

घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी एसटीएफ देर रात स्वयं हल्द्वानी अस्पताल पहुंचे और घायल जवान तथा दूसरे घायल व्यक्ति की कुशलक्षेम जानी। उन्होंने परिजनों से मिलकर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई। साथ ही फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ आर.बी. चमोला के नेतृत्व में टीमों का गठन कर सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।

पुलिस के अनुसार दोनों घायलों की हालत फिलहाल स्थिर है और इलाज विशेष निगरानी में जारी है। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जबकि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है।

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