दिल्ली को दहलाने की साजिश में उत्तराखंड के अपराधी का नाम, घर से मिले दो हैंड ग्रेनेड

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस ने गणतंत्र दिवस से पहले धमाकों की साजिश नाकाम करने का दावा किया है। पुलिस ने दो दिन पहले गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकवादियों के घर से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया है खबरों की माने तो इनमें एक ऊधम सिंह नगर जिले का वांछित अपराधी जगजीत सिंह शामिल है। गदपुर गूलरभोज के गांव कोपा कृपाली गांव का रहने वाला जगजीत सिंह जग्गा उर्फ याकूब कप्तान पर वर्ष 2018 में रुद्रपुर क्षेत्र में हत्या का आरोप लगा था। घटना के बाद से जगजीत सिंह फरार हो गया था, हालांकि कुछ महीनों बाद रुद्रपुर पुलिस ने उसे पकड़ कर जेल भेज दिया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पिछले वर्ष अप्रैल में जगजीत 20 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आया था। घर आने से पहले ही वह रास्ते में पैरोल कस्टडी से फरार हो गया था। जगजीत के खिलाफ गदरपुर थाने में पैरोल से फरार होने का एक केस भी दर्ज है। हालांकि इसके बाद से वह कभी जिला पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया।

उधर दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जगजीत कुख्यात बंबीहा गिरोह का सदस्य है और विदेशी किलर गैंग के भी संपर्क में है। दिल्ली पुलिस की कामयाबी पर कहीं न कहीं जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। जगजीत को गिरफ्तार करने की स्थानीय पुलिस ने कोशिश ही नहीं की। ऊधम सिंह नगर के एसएससी डॉक्टर मंजूनाथ टीसी का कहना है कि पुलिस लगातार दिल्ली और पंजाब पुलिस के संपर्क में है। बड़ी बात यह है की गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत जगजीत सिंह और उसके साथी नौशाद के भलस्वा की श्रद्धा नगर कॉलोनी स्थित किराए के घर से शुक्रवार को खून के निशान भी मिले हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि दोनों ने किसी युवक की हत्या कर उसका वीडियो बनाकर अपने आकाओं को कनाडा और पाकिस्तान भेजा था। शनिवार दिन में पुलिस ने भलस्वा डेरी के जोहड से एक युवक के शव के कुछ अवशेष भी बरामद कर लिए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक टुकड़ों में शव मिला है। शव किसका है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। आशंका है कि अपने आकाओं का निर्देश मिलने के बाद दोनों ने हत्याकांड को अंजाम दिया।

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