सवाल: एक ही सफाई ठेकेदार पर क्यों मेहरबान है जिला अस्पताल हरिद्वार, सफाई के अभाव में वार्डो में फैली बदबू से मरीजों का जीना हुआ दूभर

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हरिद्वार। अक्सर सुर्खियों में रहने वाले जिला अस्पताल हरिद्वार के वार्डों का हाल सफाई के अभाव में बद से बदतर होने लग गए हैं। इन वार्डों में फैली गंदी बदबू के चलते भर्ती मरीजों को अपना उपचार कराना मुश्किल हो गया है।

यहां यह बता दें कि जिला अस्पताल में सफाई ठेकेदार काफी लंबे से अपनी बेहतर सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अस्पताल के वार्डों के हाल यह है कि यदि कोई मरीज का तीमारदार उसे देखने आता है तो उसे मास्क का प्रयोग करना पड़ता है। हाल ही में नए पीएमएस डॉ. आरवी सिंह ने अस्पताल का प्रभार दिया गया है, जिनके सामने वार्डो में फैली बदबू को दूर करना उनके सामने चुनौती बनी हुई है। पीएमएस डॉ. आरवी सिंह ने बताया कि वार्डो में बदबू न फैले इसके उन्होंने व्यवस्था बना दी है। व्यवस्था के तहत एक सुपर वाईजर रखा गया, जो दिन में तीन बार वार्डों में सफाई व्यवस्था बनाए रखेंगे। यदि इस दौरान सफाई व्यवस्था में कोई खामी पाई जाती है तो सफाई ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

एक ही ठेकेदार पर क्यों मेहरबान है जिला अस्पताल

जनपद हरिद्वार के सबसे बड़े अस्पताल कहे जाने वाले जिला अस्पताल में तैनात सफाई ठेकेदार काफी लंबे समय से तैनात है, लेकिन वार्डो में सफाई शून्य है। इन वार्डों के सामने ही अस्पताल का महिला स्टॉफ तैनात रहता है, लेकिन उन्हें बदबू में ही मजबूरन अपनी ड्यूटी करनी पड़ती है। अब सवाल यह उठता है कि इतने लंबे समय से इस सफाई ठेकेदार पर अस्पताल प्रशासन क्यों मेहरबान है।

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