कनखल थाना क्षेत्र में हत्या के दो ब्लाइंड मर्डर केस का एसएसपी ने किया खुलासा

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लूट के मकसद से सेवाश्रम में घुसे अभियुक्तों ने की थी बुजुर्ग की हत्या

3500 से अधिक ई-रिक्शा को चैक कर पुलिस टीम पहुंची मुख्य अभियुक्त

हरिद्वार पुलिस ने घटना में शामिल 04 अभियुक्त दबोचे, 02 फरार की तलाश जारी

नकली नोटों की कटाई-छंटाई की बात भी आयी सामने, की जा रही पड़ताल

हत्यारों में 02 किराएदार भी शामिल, घटनास्थल से थे अच्छी तरह वाकिफ

पुलिस मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक हुई ईनामों की बौछार

DGP उत्तराखण्ड द्वारा 25 हजार, IG रेंज द्वारा 10 हजार व SSP हरिद्वार द्वारा की गई 05 हजार के ईनाम की घोषणा

मृतक के परिजन द्वारा पुलिस टीम को भेंट किया 51000 रुपये का चैक

हरिद्वार। 11 सितंबर की देर शाम कनखल के बैरागी कैंप में रिटायर्ड सिंचाई कर्मचारी की गला रेतकर हत्या की खबर मिलने पर तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतक अशोक चढ्डा द्वारा सेवानिवृत्त होने के पश्चात बैरागी कैंप क्षेत्र में सेवाश्रम बनाया गया था जहां यात्रियों और कामगारों को किराये पर कमरे दिए जाते थे। मृतक का खून से सना हुआ शव बाथरुम में पड़ा हुआ था।

केयर टेकर था संदेह के घेरे में, कातिल निकला कोई और-

शुरुआती जांच में सेवाश्रम में बतौर केयर टेकर नियुक्त नरेन्द्र शक के घेरे में था किन्तु पुलिस द्वारा की गई गहराई से जांच और पड़ताल में हत्यारे सेवाश्रम के किराएदार और उनके साथी निकले जिन्हे मृतक द्वारा कुछ दिन पहले ही पहचान पत्र और किराया न देने पर आश्रम से बाहर का रास्ता दिखाकर किराए के कमरे पर ताला जड़ दिया था।

चप्पे-चप्पे से थे वाकिफ-

सेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदार भानू और संदीप अक्सर मृतक के कमरे में झाड़ू-पोछा किया करते थे। इस दौरान कमरे में टांगी गई चाबियों के छल्ले, बिस्तर के नीचे रखे कागजात और बच्चों के अच्छे रोजगार में लगे होने के चलते अभियुक्तों को मृतक के कमरे में मोटी रकम होने का अंदाजा लगाकर लूट की वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया गया।

शाम को सभी के एक साथ में नशा करने के दौरान बना था प्लान-

सेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदारों को नशा करने की आदत होने के चलते शाम को सभी एक साथ मिले जहां नशा करने के दौरान कुछ साथी और मिले। इस दौरान ही अभियुक्तों ने लूट का प्लान बनाया था। अभियुक्तों द्वारा बाहर से नकली नोट मंगाकर उनकी काट-छांट करने और तैयार नकली नोटों के असली नोटों की गड्डियों के बीच रखकर नशा सामग्री खरीदने की बात भी सामने आयी है जिस सम्बन्ध में पड़ताल करते हुए और अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।

04 दबोचे, 02 फरार की हो रही है तलाश-

मिले सुराग के आधार पर पुलिस टीम ने 3500 से अधिक ई-रिक्शा को चैक करने के पश्चात पूरी वारदात का खुलासा करते हुए हत्या/लूट में शामिल मुख्य अभियुक्त सहित 04 अभियुक्तों को दबोचने में सफलता हासिल की। टीम ने अभियुक्तों की निशांदेही पर श्रीयंत्र पुल के नजदीक से घटना में प्रयुक्त पाटल, मृतक के खून से सने अभियुक्तों के कपड़े व लूट के दौरान मृतक के कुर्ते से निकाले गए 7000/- रुपए बरामद किए गए। प्रकरण में शामिल 02 अन्य अभियुक्त फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

खुलासा टीम पर ईनामों की बौछार-

कम समय में ब्लाइंड मर्डर केस के सफल खुलासे पर पुलिस टीम हेतु DGP उत्तराखण्ड अशोक कुमार द्वारा 25 हजार, IG रेंज करण सिंह नगन्याल द्वारा 10 हजार व SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा 05 हजार के ईनाम की घोषणा की घोषणा की गई साथ ही मृतक के परिजन द्वारा पुलिस टीम को 51000/- रुपये का चैक भेंट किया गया।

पकड़े गए अभियुक्त-
1- भानु प्रताप पुत्र कटार सिंह निवासी हस्तिनापुर मेरठ उ0प्र0 हाल निवासी मायाविहार जगजीतपुर कनखल
2- अभिजीत उर्फ सुक पुत्र मनमोहन सिंह निवासी आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार
3- संदीप कुमार पुत्र जवाहर सिंह निवासी पण्डितपुरी रायसी लक्सर
4- मनीष गिरी पुत्र जनेश्वर निवासी बैराज कालोनी मायापुर कोतवाली हरिद्वार

बरामदगी-
1- पाठल
2- अभियुक्तों के खून से सने कपड़े
3- मृतक की चैक बुक
4- लूटी गई रकम में से 7000/- रुपए

पुलिस टीम:-
1- थानाध्यक्ष नितेश शर्मा
2- उ0 नि0 देवेन्द्र सिंह तोमर
3- उ0नि0 कमल कांत रतूडी
4- उ0 नि० उपेन्द्र सिंह
5- उ0नि0 सोनल रावत
6- हे0कां0हरेन्द्र सिंह
7- का0 938 बलवंत सिंह
8- का0 407 सतेन्द्र रावत
9- का0 481अरविन्द नौटियाल
10- का0 965 संजू सैनी
11- कां0653 उमेद सिंह
12- कां0 1375 मनीष रावत
13- कां0 687 विजयपाल
14- कां0 929 राजेश चौहान
15- म0कां0 1517 अजिता पंवार
16- म0कां01437 प्रियंका तोमर
17- हे0का0 शक्ति सिंह
18- हे0का0 विवेक यादव

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