डीएम साहब के दिशा निर्देशन में सीएमओ भी रहे कांवड़ मेले में अलर्ट, 2 लाख 54 हजार को मिला उपचार, पिछली बार के मुकाबले बड़ी संख्या

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सीएमओ आर के सिंह के साथ कांवड़ मेला के नोडल अधिकारी राजेश गुप्ता और एसीएमओ अनिल वर्मा ने संभाली थी कमान

पिछली बार 2 लाख 14 हजार तो इस बार 2 लाख 54 हजार कांवडियों को स्वास्थ्य विभाग ने दिया उपचार

25 स्वास्थ्य शिविर, 5 एनजीओ और 5 प्राइवेट अस्पतालों पर था जिम्मा

हरिद्वार। बीती 11 जुलाई से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा- निर्देशन में शुरू हुए कांवड़ मेले में इस बार सभी अधिकारियों ने अपनी अपनी कुशल कार्यशैली का परिचय देते हुए बेहतर कार्य किया। इसमें स्वास्थ्य विभाग का भी सराहनीय कार्य रहा है। इस बार कांवड़ मेले बाहरी राज्यों से साढ़े चार करोड़ की संख्या में आए भोले के भक्तों में से 2 लाख 54 हजार को उपचार दिया गया है।

कांवड़ मेले से कुछ दिन पहले ही जिले का चार्ज संभालने वाले जिले के तेजतर्रार आईएएस मयूर दीक्षित ने मेले को शांति पूर्वक संपन्न कराने की ठान ली थी, और छुटपुट घटनाओं के साथ मेला भी शांतिपूर्वक संपन्न करा दिया है। हरिद्वार पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने भी कांवड़ियों की सेवा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। कांवड़ मेले के नोडल अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि सीएमओ हरिद्वार डॉ. आर के सिंह के दिशा निर्देशन में जिले में 25 स्वास्थ्य शिविर, 5 एनजीओ और 5 प्राइवेट अस्पतालों को कावड़ियों के उपचार का जिम्मा दिया गया था। जिसमें 2 लाख 54 हजार कांवडियों का उपचार किया गया। बताया कि यह आंकड़ा पिछली बार के मुकाबले अधिक था। सीएमओ डॉ. आर के सिंह ने बताया कि कांवड़ मेले के नोडल अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता अपनी टीम के साथ समय-समय पर स्वास्थ्य शिविरों का निरीक्षण कर रहे थे, उनकी कुशल कार्यशैली के चलते किसी भी शिव भक्त को उपचार के लिए कही नहीं भटकना पड़ा। कांवड़ मेले के लिए एक कंट्रोल रूम भी मेला अस्पताल में स्थापित किया गया था, जिससे सभी पर नजर बनाए रखी थी।

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