सीओ ने महिला सिपाही से कहा मैसेज डिलीट नही हुआ तो कर दूंगा सस्पेंड, सुनिए रिकॉर्डिंग

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ये हम नही महिला सिपाही ने कहा, खबर डोज एडिटर को भी कही खबर हटाने की बात

शर्मनाक: महिला सिपाही बोली मरने वाला तो मर गया

मुंशी जी अब कौन देखेगा अशोक के परिजन

आखिर क्या है मामले की सत्यता, क्यों बनाया जा रहा है खबर हटाने के लिए दवाब

क्या मृतक पुलिसकर्मी अशोक शर्मा को मिलेगा शहीद का दर्जा


कोटद्वार। यू तो पौड़ी पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, लेकिन क्या सच में पौड़ी पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए गंभीर है, ये अपने ही विभाग के पुलिस कर्मी की पुलिस अधिकारियों के सामने ही जान जाने के बाद साफ हो गया है।

सूत्रों के मुताबिक सिपाही ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक का दौरा पड़ने पर काफी देर तक तड़फता रहा और जीवन रक्षा पदक पाने वाले अधिकारी पुलिसकर्मी की जान बचाने के बजाय वहाँ एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। नतीजा सिपाही की मौत हो गई। इस घटना में एक पत्नी से उसका पति, बच्चों से उनका बाप छीना है।
खबर डोज ने यह खबर 25 फरवरी की रात 10:15 बजे यह खबर वायरल मेसेज पढ़ने के बाद प्रमुखता से प्रकाशित की। जिसके बाद से खबर को पोर्टल से हटाने के लिए कई पुलिस अधिकारियों के देर रात तक मुझे फोन आते रहे। एक व्हाट्सएप कॉल भी आई, जिसमें कॉलर ने अपनी पहचान छुपाते हुए खबर को हटाने की बात कही है। ये पौड़ी पुलिस सबसे शर्मनाक हरकत थी, जो अधिकारी और कर्मचारी इस कृत्य में शामिल थे, उनकी जांच कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अब सवाल ये उठता है कि ड्यूटी पर जिस सिपाही की जान गई है।

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