फिल्मी स्टाइल में दरोगा ने चलाई गोली, थार का टायर पंचर, अभियुक्त हुआ बेदम
–पीछा करते हुए हरियाणा पहुंची थी पुलिस टीम, कब्जे से वाहन चोरी में मददगार उपकरण बरामद
-आरोपी पर हैं 51 मामले दर्ज, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने पत्रकार वार्ता में किया गया खुलासा
हरिद्वार। थाना बहादराबाद क्षेत्र से चुराई गई थार हरिद्वार पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में 48 घंटे में हरियाणा से बरामद करने सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर वाहन चोरी में मददगार उपकरण बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपी पर कई राज्यों में 51 मामले आपराधिक घटनाओं के दर्ज हैं।
रविवार को मेला कंट्रोल भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि 28 जुलाई को अत्मलपुर बोंगला निवासी मनीष कुमार के घर के बाहर से चुराई गई महिंद्रा थार को 48 घंटे के भीतर बरामद की है। पुलिस ने मुख्य अभियुक्त को दबोचते हुए वाहन चोरी में प्रयुक्त आधुनिक उपकरण, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और लॉक बरामद करने में सफलता हासिल की है। शिकायतकर्ता की तहरीर पर 28 जुलाई को थाना बहादराबाद में अज्ञात के विरुद्ध मामला पंजीकृत किया गया था। एसएसपी अजय सिंह ने वारदात पर सख्त रुख अपनाते हुए अलग-अलग टीमें गठित कर गैर प्रांत रवाना किया गया था। अधीनस्थों के माध्यम से पल-पल की जानकारी ले रहे थे। इस सनसनीखेज घटना के बाद विभिन्न सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभियुक्तों का पीछा कर रही टीम ने मुख्य अभियुक्त रतन सिंह मीना को ग्राम जैदापुर, परवल हरियाणा से स्थानीय पुलिस की मदद से हिरासत में लिया। अभियुक्त के कब्जे से चोरी की गई थार सहित चोरी में प्रयुक्त किये जाने वाले उपकरण, कई सारी फर्जी आरसी, आईडी इत्यादि बरामद की है। मौके का फायदा उठाकर भागे अन्य अभियुक्त की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पलवल से करमन टोल प्लाजा की ओर जाते हुए वादी मनीष कुमार ने जब तस्दीक किया कि आगे चल रही काले रंग की थार उसी की है। पुलिस टीम ने सही स्थान की तलाश के लिए अपना निजी वाहन थार गाड़ी के ठीक सामने लगा दिया। थार रोकने के इस प्रयास पर अभियुक्त ने तेजी के साथ वाहन (थार) को बैक लेकर भागने का प्रयास किया, लेकिन हरिद्वार पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण अन्य कोई रास्ता न होने के चलते अभियुक्त बहुत तेजी से थार को लेकर भागने लगे। जिस पर अंतिम विकल्प पर उपनिरीक्षक अशोक सिरसवाल ने कुछ राउंड फायर कर थार के टायर को पंचर कर दिया और अपनी टीम के साथ अभियुक्त को वाहन सहित घेर लिया। बताया कि पकड़े गए अभियुक्त का अपराध करने का तरीका पड़ताल करने पर जानकारी मिली कि अभियुक्त रतन अपनी टीम के साथ मिलकर वाहनों के पूरे लाँक सिस्टम को ही बदलकर नया लाॅक सैट कर नई चाबी की मदद से गाडी चोरी कर लेता था। चोरी करने के बाद फर्जी नंबर प्लेट लगाकर भारत के अन्य राज्यों में बेच देता था। अभियुक्तगण इतने शातिर थे कि नये सेंसर वाले वाहनों को कोडिंग मशीन से डिकोड करके, उसकी नई चाबी बनाकर साफ्टवेयर हैक कर चोरी कर लेते थे। यदि कोई पुराना वाहन चुराते थे, तो उसको मेवात, दिल्ली आदि स्थानों पर कटवा देते थे।
अभियुक्त रतन वर्ष 2017 में जेल में रहने के दौरान फरार अभियुक्त के संपर्क में आया और इसी महीने जमानत पर छूटने और भारत के कई राज्यों में चल रहे मुकदमों में हो रहे खर्चो से आर्थिक तंगी व अन्य कोई काम न जानने के कारण हरिद्वार आया था। उसने अपने साथी के साथ मिलकर बहादराबाद क्षेत्र से थार चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिसे वह मेवात में बेचने की फिराक में थे। बरामदगी के आधार पर अभियोग में धाराओं की बढ़ोत्तरी की गई है। पुलिस पूछताछ में अभियुक्त ने अपना नाम रतन सिंह पुत्र बत्तू सिंह निवासी शिवनगर कालोनी जिला जयपुर राजस्थान बताया है। पुलिस ने अभियुक्त से थार वाहन, चार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, दो स्पार्क मिंडा लाॅक, दो मारूति सुजुकी लाॅक, 69 विभिन्न वाहनों की चाबियां, दो ग्राइंडर प्लेट, तीन कपलर, 1 एक्स टूल, दो प्रोग्रामर, दो सुआ, एक मोहर समेत विभिन्न वाहनों की आरसी बरामद की है। पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ राजस्थान, यूपी, एमपी में विभिन्न धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रविंद्र शाह, उपनिरीक्षक अशोक सिरसवाल, हेमदत्त भारद्वाज, जगमोहन सिंह, कांस्टेबल राहुल देव, रणजीत सिंह, वीरेंद्र सिंह शामिल रहे।
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