शैंकी चौधरी के निलंबन के बाद उनके नेक कार्यों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

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देहरादून। निलंबित राजपुर थाना प्रभारी शैंकी चौधरी इन दिनों चर्चाओं में हैं। हाल ही में शराब के नशे में उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर उन्हें कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच उनका बचाव करने वालों की आवाजें भी सामने आ रही हैं। शैंकी चौधरी के नेक कार्यो की तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल है।

शैंकी चौधरी के समर्थक सतपाल धनिया का कहना है कि “गलती हर इंसान से हो सकती है, एसएचओ शैंकी चौधरी से भी हुई और उन्होंने उसका खामियाजा भी भुगता, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें विलेन घोषित कर दिया जाए।

*समाजहित में किए असंख्य कार्य*

शैंकी चौधरी के पक्ष में सामने आए लोगों ने यह भी तर्क दिया कि शैंकी चौधरी ने अपने कार्यकाल में कई अच्छे कार्य किए हैं और समाजहित में हमेशा आगे रहे हैं। उनकी तत्परता और सक्रियता की वजह से कई बड़े अपराधों का खुलासा हुआ है, अभी हाल ही में देहरादून मसूरी मार्ग पर जो आपदा आई थी उसमें दिन-रात एक करके शैंकी कुमार ने अथक प्रयास करते हुए, मेहनत करते हुए लोगों को रेस्क्यू किया गया था, जिसमें शैंकी कुमार को उच्च अधिकारियों ने काफी सराहा गया था।
इसके अलावा भी शैंकी कुमार एसओजी में रहते हुए कहीं दुर्द्धान्त अपराधियों को पकड़ने में कामयाबी पाई थी और क्राइम कंट्रोल के अंदर भी मास्टर माने जाते हैं, जिसमे नशे की बड़ी खेप हो या फिर ब्लाइंड मर्डर का केस वह अथक मेहनत करते हुए सभी में सफलता पाया हैं।
इन सभी मुख्य बिंदुओं को नकारते हुए सोशल मीडिया अब नकारात्मक बिंदुओं पर ज्यादा फोकस करते हुए उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है ।

*नौकरी का दबाव और जिम्मेदारी*
समर्थकों का यह भी कहना है कि पुलिस की नौकरी 24 घंटे की होती है। कई बार आपातकालीन फोन आने पर अधिकारियों को तत्काल घर से निकलना पड़ता है। ऐसे में यदि किसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में वे नशे की हालत में बाहर निकल आए हों, तो इसे उनकी पूरी छवि पर हावी करना उचित नहीं है।

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