पीएमएस और ठेकेदार के बीच वेतन को लेकर चली खींचातनी में आज नहीं हुई जिला अस्पताल में सफाई
-वेतन के चेक पर साइन न होने पर स्वीपरों ने की थी हड़ताल
-12.45 पर दो माह के वेतन पर चेक साइन होने के बाद वापस लौट सफाई कर्मचारी
हरिद्वार। जिला अस्पताल हरिद्वार अक्सर अपनी छोटी-छोटी लापरवाहियों को लेकर सुर्खियों में रहता है। अस्पताल के पीएमएस और ठेकेदार के बीच वेतन को लेकर चली खींचातनी को लेकर बुधवार को जिला अस्पताल में सफाई नहीं हो पाई। सफाई न होने के चलते पीएमएस ने दोपहर में ठेकेदार को चेक साइन करके दिया, जिसके बाद स्वीपर हड़ताल पर वापस लौटे। उधर, पीएमएस इस पूरे मामले से बचते दिखे। पीएमएस सीपी त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल में कोई भी हड़ताल नहीं हुई है।
जिला अस्पताल में भले ही डाॅक्टर कमी को पूरा कर दिया हो, लेकिन अस्पताल में छोटी-छोटी लापरवाहियों के बाद आने वाली कमियों के चलते सुर्खियों में रहता है। पिछले दो माह का वेतन न मिलने के बाद नाराज स्वीपरों ने ठेकेदार के निर्देश पर बुधवार को अस्पताल में सफाई नहीं की है। जिसके चलते मरीजों को गंदी बदबू में ही अपना उपचार कराना पड़ा। बहादराबाद निवासी सुनील कुमार, हरिद्वार निवासी सुशील कुमार, शिवालिक नगर निवासी बाबू राम ने बताया कि वह अक्सर जिला अस्पताल में उपचार के लिए आते हैं, लेकिन अस्पताल में कई स्थानों पर गंदगी फैली रहती है, जिससे उन्हें अस्पताल में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। अस्पताल के सफाई ठेकेदार अजय सैनी ने बताया कि बुधवार को वेतन न मिलने के चलते मात्र एक घंटे की हड़ताल हुई है। वेतन की समस्या का निस्तारण होने के बाद कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था पर लगा दिया गया था, जबकि अस्पताल में सुबह से ही स्वीपर की तैनाती नहीं थी और दोपहर एक बजे तक कोई सफाई स्वीपरों की ओर से नहीं की गई थी। उधर, अस्पताल के पीएमएस सीपी त्रिपाठी ने सफाई व्यवस्था को लेकर हुई खींचातनी से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अस्पताल परिसर में बुधवार को सफाई हुई है। सफाई कर्मचारियों की समस्या का निस्तारण कर दिया गया था।
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