कांवड़ मेले की तैयारियां शुरू, एक हफ्ते में निकाले जाएंगे कार्यों के टेंडर: डीएम गर्ब्याल (वीडियो)

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हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में 4 जुलाई से शुरू हो रहे कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गयी। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह भी शामिल हुए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पीएल शाह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ मेला के एजेण्डा बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए जानकारी दी कि सभी विभागों ने कांवड़ मेले से सम्बन्धित अपने-अपने विभागों के कार्य का व्यय आकलन प्रस्तुत कर दिया है, जिसे स्वीकृति के लिये शासन को प्रेषित कर दिया गया है। बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कांवड़ पटरी मार्ग की मरम्मत सहित झाड़ी कटान, घाटों की सफाई व जंजीर की व्यवस्था पर विशेष रूप से चर्चा की। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूर्व में पार्किंग के सम्बन्ध में दिये गये निर्देशों के क्रम में पार्किंग के टेण्डर करते समय शौचालय, विद्युत आदि की व्यवस्था भी शामिल करना सुनिश्चित करें तथा पार्किंग में कहां पर प्रवेश द्वार, कहां पर निकास द्वार होगा आदि के सम्बन्ध में पुलिस तथा सम्बन्धित विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित करना सुनिश्चित करें। इस पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि कावंड़ पटरी मार्ग पर पैच वर्क कार्य प्रारम्भ कर दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने से कांवड़ मेले के दौरान हिल बाई पास, चीला मार्ग के उपयोग, जंगली जानवरों से सुरक्षा तथा चण्डीदेवी, मनसा देवी फुटपाथ की मरम्मत के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड़ मेले के दौरान हिल बाई पास के उपयोग की प्रक्रिया तथा चण्डीदेवी, मनसा देवी फुटपाथ की मरम्मत सहित सभी कार्य समय पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकरी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को मेले के दौरान सभी क्षेत्रों समुचित प्रकाश व्यवस्था के करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जल संस्थान व पेयजल निगम के अधिकारियों को सम्पूर्ण मेला क्षेत्र, कांवड़ियों के विश्राम स्थल, कांवड़ पटरी सहित विभिन्न पार्किंग स्थलों में पेयजल की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम हरिद्वार तथा रूड़की को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्रों में साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था आदि पर विशेष ध्यान सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र में कितने मेडिकल कैम्प स्थापित किये जायेंगे, मेले के दौरान एम्बुलेंस की व्यवस्था, सरकारी तथा निजी अस्पतालों की संख्या तथा उनमें बिस्तरों की संख्या, दवा की व्यवस्था आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि कांवडियों के आने की संभावना के अनुसार चिकित्सा व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखा जाये। उन्होंने स्नेक बाइट की घटनाओं को ध्यान में रखते हुये इस तरह के इलाज की भी समुचित व्यवस्था मेले के दौरान रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कांवड़ पटरी के सभी मार्ग सहित पूरे मेला क्षेत्र में झाडी कटान सहित सड़कों के समतलीकरण पर विशेष ध्यान देेने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कांवड़ मेले के दौरान ओवर रेटिंग पर विशेष ध्यान देंगे तथा स्थापित दुकानों में रेट लिस्ट अवश्य लगी हांें, इसकी व्यवस्था करेंगे तथा खाद्य सामग्री की आपूर्ति कहीं पर भी बाधित नहीं होनी चाहिये।
बैठक में पुलिस व्यवस्था, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन, गंगा संरक्षण ईकाई से सम्बन्धित कार्य आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
जिलाधिकारी ने बैठक में जनपद के उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपनी-अपनी एरिया के कांवड़ मेला क्षेत्र का पूरा दौरा करते हुये अपनी रिपोर्ट देना सुनिश्चित करें। उन्होंने सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि वे शासन को प्रेषित किये गये कांवड़ मेले में होने वाले व्यय आकलन की स्वीकृति की प्रत्याशा में अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित जो भी कार्य सम्पन्न होने हैं,उनका टेण्डर एक सप्ताह के भीतर अवश्य करना सुनिश्चित करें। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी विगत वर्षो की तरह आपसी समन्वय कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराएं। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चौहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर आशीष मिश्रा, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एसडीएम लक्सर गोपाल राम बिनवाल, एमएनए रूड़की विजयनाथ शुक्ल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वप्न किशोर सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, डीएफओ मयंक शेखर झा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.मनीष दत्त, एआरटीओ सुश्री रश्मि पन्त एवं रत्नाकर, जीएमडीआईसी सुश्री पल्लवी गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान मदन सेन, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव, जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी मुकेश कुमार, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, डीओपीआरडी मुकेश भट्ट, लोक निर्माण, ईओ-मंगलौर, सुल्तानपुर, झबरेड़ा, पाडली गुर्जर, लण्ढौरा, ईमलीखेड़ा, भगवानपुर, शिवालिक नगर सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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