एसएसपी की लोकप्रियता को कर दिया तार-तार, दरोगा जी पर लगाया पीड़ित की पेंट उतारकर अश्लीलता करने का आरोप, देखिये वीडियो
–पीड़ित ने पुलिस पर लगाया फर्जी तरीके से अवैध शराब लगाकर कार्यवाही किए जाने का आरोप
-एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी, एसएचओ को पत्र भेजने के 10 दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
-वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तोगी ने राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को भेजा पत्र, उठाई कार्यवाही की मांग
हरिद्वार। एसएसपी अजय सिंह के दिशा-निर्देशन में भले ही जिला पुलिस अपराधियों की कमर तोड़ने में प्रदेश में सबसे आगे है, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी जनपद के लोकप्रिय एसएसपी अजय सिंह की लोकप्रियता का बलात्कार करने पर तुले हैं।
कोतवाली नगर क्षेत्र में पुलिस का घिनौना चेहरा नजर आया है। रोड़ीबेलवाला चैकी में हिरासत में लिए गए एक युवक ने दरोगा जी पर पेंट उतारकर अश्लीलता करने का आरोप लगाया है। साथ ही फर्जी तरीके से अवैध शराब लगाकर कार्यवाही किए जाने का आरोप भी लगाया है। हरिद्वार के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तोगी ने एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी, एसएचओ को पत्र प्रेषित किया था, लेकिन इसके बाद भी किसी अधिकारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अधिकारियों की ओर से मामले को गंभीरता से न लेने के बाद अब अधिवक्ता राजेश रस्तोगी ने राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को पत्र प्रेषित कर दोषी दरोगा समेत पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
मामला कोतवाली नगर क्षेत्र की रोड़ीबेलवाला चैकी का है। कुशाघाट निवासी आशु शर्मा ने बताया कि 2 अगस्त की रात जयराम आश्रम के पीछे की ओर घाट की है। इस दौरान सादे कपड़ों में कुछ पुलिसकर्मी गाडियों पर डंडे मारकर शराब की चेंकिग कर रहे थे। घाट से सड़क पर अपनी स्कूटी के पास पहुंचा तो चमगादड टापू पर खड़ी गाडियों पर डंडा मारने को मना किया। डंडा मारने से मना करने पर पुलिसकर्मियों ने गली-गलौच करनी शुरू कर दी। आशु शर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मी उसे चमगादड टापू से उठाकर पुलिस चैकी रोडीबेलवाला ले आए। जहां उसके साथ रात 11 बजे दारोगा जी राधाकृष्ण रतूडी ने पेंट उतरवाकर अश्लीलता की। पीड़ित आशु ने बताया कि पुलिसकर्मियों के इस कृत्य का विरोध करने पर दरोगा जी ने दो पुलिस वालो के साथ जमीन पर लेटाकर मारपीट की। अगले दिन 3 अगस्त को पीड़ित को पुलिस ने अभियुक्त बनाकर 4 पेटी शराब बरामद होने दिखाकर जयराम मोड पर गिरफ्तारी दिखाई गई है। जबकि डस्टर गाडी नंबर यूके08बीए/6446 को क्रेन से 2 अगस्त की रात 10 बजे चमगादड टापू से उठवाकर लाई गई। पीड़ित ने बताया कि पुलिस चैकी रोड़ीबेलवाला में पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद है। कोतवाली नगर में तैनात एसएसआई मुकेश थलेडी, रात्रि अधिकारी राधाकृष्ण रतूडी और दो-तीन पुलिस वालों ने हिरासत में रखकर मारपीट की। आशु शर्मा ने आरोप लगाया कि हिरासत के दौरान उसकी जेब में 3500 रूपये भी निकाल लिए गए। साथ ही शराब बरामदगी का झूठा मुकदमा लगाया गया है। जमानत देने के लिए पांच हजार रूपये लिए गए और लाॅकअप से बाहर निकालने के नाम पर 10-12 पुलिस वाले 1000-1000 रूपये की मांग कर रहे थे।
वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तोगी ने बताया कि इस पूरे मामले में डस्टर कार की भूमिका संदिग्ध है। जब पीड़ित आशु शर्मा को कार चलाना ही नहीं आता तो वह कैसे कार में चार पेटी अवैध शराब के साथ पकड़ा गया है। उक्त पूरे प्रकरण की जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
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