इधर मेन गेट पर स्टाईपेंड को लेकर चल रही थी तालाबंदी, उधर दूसरे गेट से बाहर जाते दिखाई दिए छात्र-छात्राएं

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हरिद्वार। पीजी और यूजी के छात्र-छात्राओं का पिछले कई माह से स्टाईपेंड न आने से गुस्साएं ने सोमवार को ऋषिकुल परिसर में कार्य बहिष्कार किया।

गेट के बाहर खड़े उपचार कराने आये मरीज

इस दौरान कई छात्र-छात्राएं गेट पर कार्यबहिष्कार कर रहे थे, तो कई छात्र-छात्राएं दूसरे गेट से बाहर जाते दिखाई दिए। दोपहर दो बजे तक इंर्टन ने कार्य बहिष्कार किया, लेकिन कई छात्र-छात्राएं 12 बजे ही दूसरे गेट से बाहर जाते दिखाई दिए। जिससे छात्र-छात्राओं के स्टाईपेंड को लेकर चल रहे तालाबंदी की गंभीरता कितनी है, यह स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है।  उधर कई मरीजों को बिना उपचार के ही वापिस लौटना पड़ा।

गेट के अंदर प्रदर्शन कर रहे यूजी पी जी की छात्र-छात्राएं

ऋषिकुल आयुर्वेद काॅलेज में स्टाईपेंड को लेकर कुछ दिनों से कार्य बहिष्कार किया जा रहा था। मांगें पूर्ण न होने पर कार्य बहिष्कार तालाबंदी में तब्दील हो गया। सोमवार को मुख्य गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान किसी भी मरीज को ने गेट के अंदर नहीं आने दिया गया। जिससे यह तो स्पष्ट हो गया है कि विरोध प्रदर्शन करने वाले पीजी और यूजी की छात्र-छात्राएं जनता के स्वास्थ्य के प्रति कितनी गंभीर हैं। छात्र-छात्राओं का पिछले आठ माह के स्टाईपेंड को लेकर पहले कार्य बहिष्कार चल रहा था, लेकिन सोमवार को यह कार्य बहिष्कार मांगें पूर्ण न होने पर तालाबंदी में तब्दील हो गया। इस दौरान बहादराबाद निवासी सोमपाल सिंह ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर अपना उपचार कराने पहुंचे थे, लेकिन मुख्य गेट पर स्टाईपेंड की मांग को लेकर तालाबंदी की गई थी। जिसके कारण कई मरीज उपचार से वंचित रहे। यहां यह बता दें कि सोमवार और बृहस्पतिवार को शल्य चिकित्सक प्रोफेसर डाॅ. अजय गुप्ता की ओपीडी होती है। वह अपनी एक दिन की ओपीडी में लगभग 150 मरीजों को देखते हैं, लेकिन मुख्य गेट पर तालाबंदी होने के चलते कई मरीजों को बिना उपचार के ही घर लौटना पड़ा। 

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