वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने किए मां चंडी देवी मंदिर में दर्शन

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हरिद्वार। मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा है कि नवरात्रि साधना का मुख्य उद्देश्य हमारे अंदर की पशुता को बिंदु रूप कर विराट देवत्व की प्रतिस्थापना है। भारतीय गृहस्थ जीवन, शक्ति पूजन, व्यक्तित्व संवर्धन एवं आध्यात्मिक चेतना जागृत करने का एक विराट संकल्प है। मां दुर्गा के पूजन से हमारे समाज में स्त्रियों को माता, देवी एवं पूज्य स्थान प्राप्त होता है। नील पर्वत स्थित सिद्ध स्थल चंडी देवी मंदिर के प्रांगण में नवरात्रि के छठे दिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने परिवार संग माता चंडी देवी के दर्शन किए। इस दौरान महंत रोहित गिरी महाराज ने उन्हें माता की चुनरी और नारियल भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। श्रद्धालु भक्तों को नवरात्र पर्व का महत्व बताते हुए महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि सिद्धि और साधना की दृष्टि से नवरात्र महत्वपूर्ण पर्व है। जिसमें लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति के संचय के लिए अनेक प्रकार के व्रत, संयम, नियम, यज्ञ, पूजन, योग, साधना आदि करते हैं। जिनसे प्रसन्न होकर देवी भगवती उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करती है। वास्तव में नवरात्रि पवित्रता शक्ति और दिव्यता का प्रतीक है। महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि नवरात्र के दौरान छोटी कन्याओं का पूजन करने से माता प्रसन्न होकर साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। इसलिए कन्याओं का विशेष रूप से पूजा सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां चंडी देवी अत्यंत दयालु एवं कृपालु है। जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन पर असीम कृपा बरसाती है। चंडी देवी मंदिर में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का कल्याण स्वयं ही हो जाता है। इस अवसर पर पंडित पंकज रतूड़ी, पंडित देशवाल शास्त्री, पंडित राजेश कुकशाल, पंडित नवल किशोर, पंडित अमित बेलवाल, पंडित रोहित डबराल, पंडित मनमोहन कंडवाल, विशाल कश्यप, सुनील कश्यप, मोहित राठौर, पंडित बैजनाथ भट्ट, अवनीश त्रिपाठी, त्रिलोक शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।

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